अपने पराए-24-Aug-2023
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 24/08/2023
अपने पराये
अहंकार निकाल हृदय से,
यह बहुत बड़ी बीमारी है।
अपनों को कर देता पराया
छूटे सब संगी साथी हैं।
अपने हो जाते पराये जब,
दिमाग ऊंचा हो जाता है।
फर्क नहीं रहता बड़े- छोटे में
मन में मैल जम जाता है।
अपने वे नहीं दोस्तों जो
साथ खड़े होकर फोटो खिचंवाए
अपने वे होते हैं जो
मुसीबत के समय काम आएं।
अपनों की परिभाषा सरल नहीं
हर किसी के लिए बयां करना
मन का भाव है जो
धड़कनों से सजता है।
अपनों को करो ना दूर स्वयं से,
ये एक बार ही मिलते हैं।
अगर चले गए छोड़कर
दौबारा फिर नहीं मिलते हैं।
करो कोशिश अपनों को
अपने नज़दीक लाने की।
रिश्तों को सुधारने की
उन्हें अपना बनाने की।
अपने-अपने होते हैं अगर,
हृदय में प्यार होता है।
लगा लो इन्हें गले दोस्तों,
इनसे परिवार सजता है।।
शाहाना परवीन "शान"...✍️
मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश
Varsha_Upadhyay
24-Aug-2023 10:12 PM
बहुत खूब
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Reena yadav
24-Aug-2023 08:33 PM
👍👍
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Abhilasha Deshpande
24-Aug-2023 10:26 AM
Very nice
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